कलम छूटने न पाए

इस पृथ्वी पर
कलम का जन्म
हमारे लिए ही हुआ कि
हम लिखें।

हम लिखें
अपने दोस्तों को
हम लिखें अपनी माँ को
लिखें अपनी छोटी बहन को कि
राखी या ईद पर जरूर आना।

कलम हमारे हाथ से
छूटने न पाए।

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