घड़ियाँ

घड़ियाँ
बंद होने के लिए ही बनी हैं।
इनके बंद होने से
सूरज तो उगना
नहीं छोड़ देगा
चिड़ियों का चहकना तो
बंद नहीं होगा
गायों का रंभाना तो नहीं होगा
बंद।

बंद होगी तो
केवल घड़ी।

सब कुछ
वैसा ही चलती रहेगा
जैसा पहले से
चलता आया है।

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